शारीरिक विज्ञान और व्यायाम शारीरिक विज्ञान की परिभाषा/ Definition Of Physiology And Exercise Physiology In Hindi

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शारीरिक विज्ञान (Physiology) की परिभाषा

शारीरिक विज्ञान जीवविज्ञान की वह शाखा है, जो जीवित प्रणालियों के सामान्य कार्यों, तंत्रों और प्रक्रियाओं का अध्ययन करती है। इसका उद्देश्य यह समझना है कि शरीर किस प्रकार से काम करता है, चाहे वह कोशिका स्तर पर हो, ऊतक स्तर पर हो, या फिर अंगों और प्रणालियों के स्तर पर।

शारीरिक विज्ञान के मुख्य क्षेत्र:

  1. कोशिका शारीरिक विज्ञान (Cellular Physiology): कोशिकाओं के कार्यों का अध्ययन, जैसे ऊर्जा उत्पादन, पदार्थों का परिवहन और कोशिकाओं के बीच संचार।
  2. प्रणालीगत शारीरिक विज्ञान (Systemic Physiology): यह अध्ययन करता है कि शरीर की विभिन्न प्रणालियां (जैसे तंत्रिका, श्वसन, या संचार प्रणाली) कैसे कार्य करती हैं और समग्र शरीर को कैसे संतुलित रखती हैं।
  3. तुलनात्मक शारीरिक विज्ञान (Comparative Physiology): विभिन्न प्रजातियों में शारीरिक प्रक्रियाओं की तुलना करता है, ताकि अनुकूलन को समझा जा सके।
  4. रोग विज्ञान (Pathophysiology): यह अध्ययन करता है कि बीमारियों के कारण सामान्य शारीरिक प्रक्रियाएं कैसे प्रभावित होती हैं।

उदाहरण:
यह अध्ययन करना कि हृदय रक्त को परिसंचरण तंत्र में कैसे पंप करता है, या मस्तिष्क में न्यूरॉन्स कैसे संकेत प्रसारित करते हैं, शारीरिक विज्ञान के अंतर्गत आता है।

व्यायाम शारीरिक विज्ञान (Exercise Physiology) की परिभाषा

व्यायाम शारीरिक विज्ञान शारीरिक विज्ञान की वह शाखा है, जो शारीरिक गतिविधियों के दौरान और उसके बाद शरीर की प्रतिक्रियाओं और दीर्घकालिक अनुकूलन का अध्ययन करती है। यह यह समझने में मदद करता है कि व्यायाम कैसे स्वास्थ्य और प्रदर्शन में सुधार करता है।

व्यायाम शारीरिक विज्ञान के मुख्य क्षेत्र:

  1. व्यायाम के दौरान तत्काल प्रतिक्रिया (Acute Responses to Exercise):
    • हृदय प्रणाली की प्रतिक्रिया (Cardiovascular Response): व्यायाम के दौरान हृदय गति, रक्त प्रवाह और मांसपेशियों को ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ जाती है।
    • श्वसन प्रणाली की प्रतिक्रिया (Respiratory Response): ऊर्जा की मांग को पूरा करने के लिए श्वसन दर और ऑक्सीजन का उपयोग बढ़ता है।
    • मेटाबॉलिक प्रतिक्रिया (Metabolic Response): ऊर्जा स्रोतों जैसे कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन का उपयोग।
  2. व्यायाम के दीर्घकालिक अनुकूलन (Chronic Adaptations to Exercise):
    • मांसपेशीय अनुकूलन (Muscular Adaptations): प्रतिरोध प्रशिक्षण से मांसपेशियों का विकास और शक्ति में वृद्धि।
    • हृदय संबंधी अनुकूलन (Cardiovascular Adaptations): ऑक्सीजन की आपूर्ति और उपयोग में सुधार के कारण सहनशक्ति बढ़ना।
    • तंत्रिका तंत्र के अनुकूलन (Neurological Adaptations): बेहतर समन्वय और मोटर कौशल की दक्षता।
  3. व्यायाम योजना (Exercise Prescription): स्वास्थ्य सुधार, पुरानी बीमारियों के प्रबंधन, या खेल प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए व्यायाम कार्यक्रम तैयार करना।
  4. ऊर्जा प्रणालियां (Energy Systems):
    • एटीपी-पीसी प्रणाली (ATP-PC System): तीव्र गतिविधियों के लिए त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है।
    • एरोबिक प्रणाली (Aerobic System): दीर्घकालिक गतिविधियों के लिए ऑक्सीजन का उपयोग करता है।
    • एनारोबिक ग्लाइकोलाइसिस (Anaerobic Glycolysis): मध्यम अवधि की गतिविधियों के लिए ऊर्जा प्रदान करता है।

व्यायाम शारीरिक विज्ञान के अनुप्रयोग:

  • प्रशिक्षण तकनीकों के माध्यम से खेल प्रदर्शन को बढ़ाना।
  • पुरानी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए पुनर्वास कार्यक्रम बनाना।
  • व्यायाम की भूमिका को समझना और मधुमेह, उच्च रक्तचाप, और मोटापे जैसी जीवनशैली की बीमारियों को रोकना।

उदाहरण:
यह अध्ययन करना कि मैराथन प्रशिक्षण वीओ2 मैक्स (अधिकतम ऑक्सीजन uptake) को कैसे बढ़ाता है, या शक्ति प्रशिक्षण से हड्डियों की घनत्व में सुधार कैसे होता है, व्यायाम शारीरिक विज्ञान का हिस्सा है।

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